डियर ब्वायज,
तुम अपनी बहन के साथ निकलते हो और उसे कोई गंदी निगाह से देखता है तो तुम्हारा खून खौल उठता है...तुम उसकी आंखें नोच देना चाहते हो...पर, जब मैं निकलती हूं और तुम अपने दोस्तों के साथ होते हो तो तुम अपनी उन्हीं नंगी आंखों से मुझे ऐसे घूरते हो जैसे मौका मिलते ही मुझे खा जाओगे....तब तुम अपनी इन गंदी आंखों को क्यूं नहीं नोच लेते खुद....
क्यूं...तुम्हारी बहन, तुम्हारी मां के साथ कोई गलत न करे...दूसरों के साथ करे तो तुम कोई परवाह नहीं..तुम्हारा यही दोगलापन मुझे सालता है....
पता है जब तुम बस में भीड़ का बहाना लेकर पीछे से मुझसे सटते हो और अपनी मर्दानगी का पीछे से मुझे अहसास कराने की कोशिश करते हो तो जी करता है एक तमाच लगाऊं उसी मर्दानगी पर....और कई बार लगाया भी है हम में से कईयों ने ...पर तुम फिर वही कर बैठते किसी और के साथ...क्यूंकि तुम्हें शरम नहीं आती...क्यूंकि तुम्हारी परवरिश ही ऐसी हुई है....

क्यूंकि तुम लड़की को एक माल भर समझतो हो बस...लड़की को माल बोलते हो और माल समझते हो...वो जब ऑटो में मैं क्रॉस पैर करके बैठती हूं और तुम अपनी बाइक से पीछे-पीछे लग जाते हो और तुम्हारी गंदी और घिनौनी आंखें मेरी टांगों के भीतर घूस जाने को बेकरार होती हैं तो मन करता है कि उन आंखों में तीखी लाल मिर्च घुसेड़ दूं.....ठीक वैसे ही जैसे तुम्हारी बहन के साथ होता है तो तुम कर देना चाहते हो...
कॉलेज, बाजार आते-जाते तुम्हारी गंदी और घिनौनी आंखें मेरी छातियों पर टिकी रहती हैं...क्या मुझे मालूम नहीं है...तुम क्या देखते रहते हो आंखें फाड़ कर....और जब मैं लौटती हूं तो तुम्हारी निगाहें कहां टिकती हैं वो भी हमें मालूम होता है क्यूंकि तुम्हारी गंदगी आगे और पीछे के लिए बराबर है...
तुम अपनी घिनौनी आंखों का इलाज नहीं कराते और हमें कैरेक्टर सर्टिफिकेट बांटते फिरते हो। हमें तुम्हारे सर्टिफिकेट से कोई फर्क नहीं पड़ता। तुम रंडी, बदलचन जो चाहे वो उपाधि दे दो...हमें तुम्हारे सर्टिफिकेट से डर नहीं लगता ...हमें तुम्हारी इन गंदी-घिनौनी आंखों से डर लगता है...तुम्हारे संस्कारों से डर लगता है...।
सुनो तुम्हें बदलाव देखना है न...तो सुनो..जिस दिन हमारी छातियों को ताड़ना बंद कर दोगे...हमारी छातियों के परे देखना और सोचना शुरू कर दोगे...समझ लेना कुछ बदलाव शुरू हो गया....
बाकी तुम्हारी गंदी और घिनौनी आंखें भगवान फोड़ दें....या फिर तुम खुद उन पर अंकुश लगा लो ...वरना गंगाजल डालना हमें भी आता है...
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