भौकाली बाबा की कलम से
योगी आदित्यनाथ को सोशल साइट्स पर छोटा मोदी कहा जाने लगा है। आदित्यनाथ के प्रशंसकों का मानना है कि योगी जी मोदी जी की तरह ही यूपी को विकास के राह पर इतनी ऊंचाई तक पहुंचा देंगे कि देश के सबसे उत्तम प्रदेश में अब उत्तर प्रदेश भी होगा। उम्म्मीदें बढ़ गई हैं और उम्मीदें बढ़नी लाजिमी है।

योगी आदित्यनाथ के सन्यासी रूप और जनता के बीच उनकी लोकप्रियता को भी कहीं न कहीं मोदी से जोड़कर देखा जा रहा है। गांवों में या कस्बों में कहीं भी चौपाल पर बैठ जाइए तो उनकी बातचीत में ये तुलना आपको दिख जाएगी।
ये तुलना इसलिए भी है कि दरअसल, पूरा प्रदेश चाहता था कि योगी आदित्नाथ को सीएम पद की जिम्मेदारी मिले। जनता को योगी आदित्नाथ में वो सारी खूबियां नजर आती हैं जो पीएम मोदी में उन्हें दिखती हैं। उन्हें लगता है कि पीएम मोदी की तरह ही आदित्नाथ भी स्पष्टवादी, निर्भीक, ईमानदार और कर्मठ नेता हैं और इसका फायदा विकास की तरफ प्रदेश को मिलेगा।
और यकीन मानिए ये विश्वास ही है जो कि मोदी के साथ बना रहा है और अब यूपी में योगी के साथ बन गया है। एक विश्वास है कि ये संत हमारे लिए बहुत काम करेगा। यही वजह है कि योगी जी का नाम सामने आने के साथ ही सोशल साइट्स पर योगी जी को छोटा मोदी और भविष्य का मोदी जैसे शब्द खूब लिखे गए। लोग उनमें काफी सेंभावनाएं भी देख रहे हैं।
अब ये आने वाला वक्त तय करेगा कि योगी जी अपने कट्टर हिंदूत्ववादी छवि के साथ विकास पुरुष की छवि को किस तरह मोदी की तरह तालमेल बिठाकर चल पाते हैं और सबका साथ सबका विकास के अपने मंत्र को कैसे क्रियान्वित करते हैं।
फिलहाल तो सूबे की कमान संभालने के साथ ही योगी के तेवर मोदी जी की तरह ही दिखने लगे हैं। सबका साथ सबका विकास का मंत्र भी अब वे साधेंगे इसका इशारा कर दिया। मंत्रिमंडल को भी इसी अनुूरूप तैयार कर लिया है। यानी एजेंडा साफ है विकास के पथ पर यूपी को ले जाना। और जनता को भी यही उम्मीद है।