राजनीतिक टिप्पणी
पीएम नरेंद्र मोदी ने बनारस में पूरी ताकत झोंक दी है। लगातार जनसभाएं, रोड शो के जरिए ताकत का अहसास करा रहे हैं।
जाहिर है कि चुनाव अब अंतिम पड़ाव पर है और बनारस मोदी जी का लोकसभा है। पर, इसके कई और मायने भी हैं।
मायने ये कि मोदी जी पहले ही त्रिशंकु विधानसभा की आशंका जता चुके हैं। अगर पीएम ने ये आशंका जताई है तो जाहिर है उन्हें ग्राउंड से इसकी जानकारी मिल गई होगी। वरना वे ये बात क्यूं बोलते।

दूसरे ये कि लगातार हर चरण में वोट प्रतिशत कम हुआ है। इस कारण से बीजेपी के अंदरखाने से चिंता जाहिर होने लगी है।

तीसरा अखिलेश और राहुल गांधी के रोड शो में उमड़ती भीड़। अखिलेश के काम बोलता है नारे का जबरस्त हिट हो जाना जिसे खारिज करने में बीजेपी को बड़ी मेहनत करनी पड़ रही है।

चौथा धीरे-धीरे अपनी चाल को बढ़ाता हाथी। साफ है बसपा खामोशी से कहीं तूफान से पहले की खामोशी का संकेत दे रहा है। मायावती बहुत ही सोची समझी रणनीति के तहत अपना काम कर जा रही हैं। और ये डर भी बीजेपी को बनी हुई है।
तो जाहिर है पीएम मोदी के लिए यूपी में सब कुछ दांव पर लगा है।
कहते हैं दिल्ली का रास्ता यूपी से जाता है। लोकसभा में ये बीजेपी को फायदा भी हुआ।
अब अगर यूपी नहीं जीत पाए तो फिर पार्टी के लिए और खुद मोदी के लिए स्थिति इतनी आसान नहीं रह जाएगी। ऐसे में मोदी जी अपनी पूरी ताकत झोंक दिए हैं। उन्हें पता है फिलहाल उनसे बड़ा ब्रांड अभी पार्टी में कोई नहीं...