बीते दिनों के कई ऐसे गाने हैं जो आज भी हमारे दिलों को गुदगुदाते हैं। उनका म्यूजिक तो हमारे भीतर कुछ यूं रच बस गया है कि वे गाने शुरू हो जाते हैं तो पैर अपने आप थिरकने शुरू हो जाते हैं।
ये गाने अचानक से आपके सामने जब बजते हैं तो आपको आपके पुराने दिनों में लौटा ले जाते हैं. खासकर ऑटो में बैठते ही आपको इन गानों से वास्ता पड़ ही जाता है।
ज्यादातर ऑटो में बॉलीवुड के कुछ पुराने गीतों का एक गुलदस्ता है जो कि वो अपने हर बैठने वाले को थमा देता है।
ऑटो ड्राइवर आप जैसे ही बैठते हैं और ऑटो शुरू करता है वो गाने बजने शुरू हो जाते हैं जिनके साथ हमने बचपन बीताते हुए जवानी को पाया और कुछ ने जवानी को गुजारते हुए बुढ़ापे में कदम रखा।
कई बार ऑटो में ये गीत बहुत कर्कश आवाज में होते हैं। मन करता है कि ऑटो वाले को बोलें कि अबे यार क्या शुरू कर दिए लेकिन ऑटो वाला कहां सुनता है
वो तो बस अपने गानों की पोटली आपके लिए खोल ही देता है और कुछ देर में आप भी उसके अभ्यस्त हो जाते हैं। है न ऐसा...ये गाने ही बजते हैं न...।