जगजीत सिंह। अपनी आवाज के जादू से करोड़ों दिलों पर राज करने वाले जगजीत सिंह। अपनी गजलों के जरिए हमारे दिलों में बसने वाले जगजीत सिंह। आज जगजीत सिंह का जन्मदिन है और जब अपने सबसे पसंदीदा गजल गायक का जन्मदिन हो तो भला उनकी गजलों में डूबे बिना हम कैसे रह सकते हैं। लेकिन उसके पहले ये कि क्या आप जगजीत सिंह के बारे में सब कुछ जानते हैं। अगर नहीं तो वक्त है जान लीजिए। ऐसे इंसान धरती पर कभी-कभी आते हैं....। तो आइए जानिए जगजीत सिंह के बारे में ----
- 10 अक्तूबर 2011 को जगजीत सिंह ने धरती से अंतिम विदाई ली थी। जगजीत सिंह उनका जन्म - 8 जनवरी
-1941 में राजस्थान के श्रीगंगानगर में जन्म हुआ।
- बचपन का नाम था जगमोहन लेकिन पिता ने नाम रखा जगजीत सिंह
- हर माता-पिता की तरह उनके पिता भी चाहते थे कि वे आईएएस बनें
- पर, उनकी रूचि थी संगीत में। तो उन्होंने संगीत की शिक्षा उस्ताद जमाल खान और पंडित छगनलाल शर्मा से हासिल की
-1965 में मुबंई आए. वर्ष 1967 में उनकी मुलाकात गजल गायिका चित्रा से हुई. 1969 में दोनों ने विवाह कर लिया
- पहली एलबम 'द अनफॉरगेटेबल्स' के जरिए जगजीत सिंह छा गए।
- 1990 में जगजीत सिंह का बेटा विवेक एक कार दुर्घटना में चल बसा और इसने जगजीत सिंह और चित्रा दोनों को तोड़ दिया। विवेक 18 साल के थे जब एक्सीडेंट हुआ।
-चित्रा ने गायकी से दूरी बना ली लेकिन जगजीत सिंह गाते रहे।
-बेटे की मौत के बाद आई कई गजलों में पिता जगजीत का दर्द बखूबी दिखता है। अपने
-अपने चाहने वालों को जगजीत सिंह ने 150 से अधिक एलबम दिए।
-भारत सरकार ने 2003 में 'पद्म भूषण' सम्मान से नवाजा.
-2011 में 23 सितंबर को ब्रेन हैमरेज के कारण वे हमारे बीच अब नहीं हैं।
जगजीत सिंह के जन्मदिन के बहाने आइए उनकी गजलों का आनंद लें मखमली आवाज के जादूगर जगजीत सिंह का आज जन्मदिन है। जगजीत सिंह ने एक से बढ़कर एक गजलें गाईं। आज भी वे गजलें हमार दिलों को लुभाती हैं। झंकृत करती हैं और हमें कई बार गहरे ले जाकर छोड़ देती हैं। जगजीत सिंह को सुनना एक सुखद अनुभव है। एक सुकूं है उनकी गजलों में। तो आइए उनके जन्मदिन के बहाने उनकी कुछ गजलों का आनंद लेते हैं।
होठों से छू लो तुम ---
तुमको देखा तो ये ख्याल आया....
झुकी-झुकी सी नजर....
होश वालों को खबर क्या...
तुम इतना जो मुस्करा र...