यूपी चुनाव की सरगर्मी तेज हो चली है और इस सरगर्मी को और बढ़ा दिया है दोनों अच्छे लड़कों की लगातार रोड शो ने। जी हां, सही पकड़े हैं, हम बात कर रहे हैं सीएम अखिलेश यादव और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की इस नई जोड़ी की। इस जोड़ी से काफी उम्मीदें लोगों को बंधाई जा रही हैं और उन उम्मीदों के सहारे चुनावी समर काफी दिलचस्प हो रहा है।
पहले लखनऊ का रोड शो और फिर आगरा रोड शो। दोनों अच्छे लड़के जब एक साथ चुनावी रथ पर सवार होते हैं तो रास्ते भर में इन्हें देख लेने को आतुर निगाहें बहुत कुछ ढूंढ रही होती हैं इनके भीतर। जो निगाहें इन्हें देखने को आतुर हैं, वे इनके किए वादों को भी परख रही हैं। वे निगाहें इनके कॉंफिडेंस को भी देख रही हैं और वे निगाहें खुद में पल रहे सपनों से इनके वादों को मिलाकर तौल भी रही हैं कि ये कहां तक खरे उतर रहे हैं.
निश्चित रूप से चुनावी माहौल में इन दोनों युवाओं के साथ आने और यूपी को ये साथ पसंद है जैसे लुभावनी नारों से एक बड़ा वर्ग तैयार हुआ है जो इनकी तरफ झुक रहा है। एक बड़ी उम्मीद तैयार हुई है जो इनकी तरफ देख रही है। इसमें उम्मीद युवाओं की अधिक है। इसमें उम्मीद बहनों की अधिक है। और सबसे अधिक उम्मीद सीएम अखिलेश के किए काम के कारण है और साथ में आ जाने के कारण राहुल को भी इसका अंश मिलना तय है.
लेकिन ये निगाहें जो आतुर हैं देखने को वो वोट में भी बदलेगी ये तो आने वाला वक्त बताएगा। और वो वक्त काफी कुछ तय कर देगा इन दोनों अच्छे लड़कों के भविष्य के बारे में भी।