यूपी विधानसभा चुनाव के साथ प्रदेश में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है। नेता लोग सक्रिय हो गए हैं। जनता भी मूड में है।
पर, यूपी की राजनीति का असली मजा तो पूर्वांचले में आता है। वहां कोई पार्टी या प्रत्याशी आगे नहीं दिखता है, वहां भौकाल टाइट दिखता है। माने हमरे पूर्वींचल में पार्टी या प्रत्याशी की औकात उसके भौकाल पर तौला जाता है।
हमरे यहां चौपालों पर पूछ लीजिए--का भईया अबकि भलाने का क्या हाल है जीतेंगे या नहीं तो जवाब आएगा- अरे उनका भौकाल त अबकि खूबे टाइट है। कोई रोक न पाएगा। या फिर, अरे महाराज किसके बारे में पूछ दिए उनका भौकाल त घुस गवा है। भौकाल रहेगा टाइट तब तो जीतेंगे। समझ गए न, ई पूर्वांचल है हमरा यहां सब भौकाल से होता है। भौकाल टाइट है तो ठीक वरना कुछ भी ठीक नहीं है।
यही वजह है कि यूपी चुनाव में दिलचस्पी लेने वाले पूर्वांचल की टोह जरूर लेते हैं। और जानने की कोशिश करते हैं कि आखिर चुनाव किस करवट बैठ रहा है। पूर्वांचल इशारा भी साफ कर देता है लेकिन इशारे-इशारे में।
पूर्वांचली टोह लेना है तो आप भी बने रहिए हमारे साथ और पढ़ते रहिए पूर्वांचल की टोह इस चुनाव के बहाने। और हां अगर आपको भी राजनीति में दिलचस्पी है तो हमें लिख भेजिए। नीचे लिंक दिया है उस पर क्लिक कीजिए और अपनी स्टोरी खुद यहां छाप दीजिए।