भौकाली बाबा की राजनीतिक टिप्पणी
भौकाली बाबा के साथ चुनाव तक मजा लेते रहिए। चुनाव तक वादा है एक से बढ़कर एक दिलचस्प किस्से सुनाएंगे आपको। आप भी कपार पकड़ लेंगे कि बबवा तो जबर लिखता है।
तो आइए यूपी के चुनावी सफर की शुरुआत कर देते हैं। जी हां, पूरी दुनिया का सबसे दिलचस्प चुनाव अगर भौकाली बाबा किसी को मानते हैं तो वो है यूपी का चुनाव। और भईया अपने यूपी में तो कहावत भी है कि दिल्ली का रास्ता ससुरा अपना यूपी से ही तो होकर जाता है। समझे की नाही। नाही समझे तो आगे पढ़िए सब समझ आ जाएगा।
तो भईया मतलब ई है कि इसका कि जो यूपी पर जमाता है कब्जा वही आगे चलकर केंद्र में भी दिखाता है दमखम। इत्ता तो आसान था,. आप महाराज समझे ही नहीं। तो बात ई है भईया कि ऐ बार का यूपी चुनाव जबरदस्ते दिलचस्प होने जा रहा है। बड़का-बड़का राजनीतिक पंडित लोग का ज्ञान धरा रह गवा है। पूछ दीजिए मुंह पर तो मुंह ताकने लगते हैं कि का जवाब दें। अरे भाई नहीं जवाब आता है तो चुप रहिए। काहें झुठ्ठे कह रहे हैं कि ऊ बना लेंगे ई बना लेंगे सरकार।
भौकाली बाबा की अब सुनिए। तो भईया अबकि बार यूपी का चुनाव सबसे दिलचस्प चुनाव होने जा रहा है। खूब मजा आने वाला है। विकास के पहिए के साथ सपा भी है तो भाजपा भी है। कांग्रेस अब तक यूपी बेहाल कर रही थी अब सपा से मिलकर लगता है उसे लगने लगा कि प्रदेश का हालचाल अब ठीक हो गवा है। तो समझ गए न...। उधर, बसपा भी ताल ठोके है और दूर किनारे वोटर टुकुर-टुकुर सब देख रहा है और बस अपनी बारी के इंतजार में है। जिस दिन उसका दिन आएगा चांप कर रख देगा और फिर आएगा रिजल्ट।